IP address kya hota hai
IP Address एक Unique address होता है. जो कि Internet or Network पर surfing करने वाले Device का address होता है. जिसके द्वारा device Internet के माध्यम से Data को Upload व Download करता है. इसके द्वारा सभी Devices आपस मे connect हो कर communication करते है.
IP means (internet protocol) “Internet मै different types के Computer’s , Routers , और Website आपस मे connect होती हैं. जिनका अपना – अपना Unique Address होता है,उसे IP कहते है. जिससे Device को पहचाने मैं आसानी होती है” .चलिए इसे हम एक उदाहरण के रूप मे समझते है, आप अपने High School के Time को याद कीजिए ! जब आपके Exam हुआ करते थे, तब आपको एक Entry Card दिया जाता था. जिसमे आप का Name, Class, Roll number etc. लिखा होता था.
वह आप का एक Unique code होता था, जिसके द्वारा आप अपना रिजल्ट देख सकते थे . जो दूसरों से अलग होता था. उसही तरह सभी device को बनाते वक्त ! यह IP information को device मे assign कर दिया जाता है. जिससे डिवाइस को इंटरनेट पर search करने मे आसानी होती है. तो दोस्तों इस आर्टिकल में हम IP address kya hota hai इसके बारे मे विस्तार से जानेंगे.
IP Address Full Form in hindi
IP Address का full form “Internet Protocol” इसे हिंदी में अंतरजाल नियमावली कहते हैं.
IP क्या है? What is an IP?
सभी device मे IP address अलग-अलग numbers को चुन कर बनाया जाता है. जो कि चार नंबर के set को express (व्यक्त) करता है. for example :- हम यहा किसी device का IP Address लिख रहे है, जिससे आप को समझने मे आसानी होगी. यहा (125.315.23.5) 4 सेट मे नंबर को define किया गया है. जिसमे हर एक सेट मे 0 से 255 तक value हो सकती है.
यह simple रूप मे बिना value के देखा जाए तो यह (0.0.0.0) इस तरह show होगा. सभी device के IP Address 0 से 255 नंबर के बीच ही ASSIGN किया जाता है each डिवाइस का अपना एक IP Address होता है , जिसके द्वारा उस device को पहचाना जा सकता है.
NOTE :- हर device का अपना IP Address होता है. जिसे बार बार बदला नहीं जा सकता है. ICANN Internet की वह संस्था है, जो name or number को assign करता है. जिसमे IANA ( Internet Assigned Numbers Authority ) के द्वारा यह work गणितीय रूप मे किया जाता है.
ICANN एक non profitable organization है. जिसका उद्देश्य internet के सभी users की security बनाए रखने में है. जब कोई यूजर इंटरनेट पर किसी domain को अपना बनाना चाहता है. तब user internet पर domain को register करता है, तब ICANN organization small फीस लेकर user के according Domain name को registrar करती है.
IP address कैसे काम करता है ? How do IP Address Works
अगर आप किसी device को network से connect नहीं कर पा रहे है, तो आपका IP address कैसे काम करता है, यह जानना बहुत ही जरूरी है. तो चलिए हम जानते है ! कि यह किस तरह काम करता है. internet protocol guidelines के according coda languages मे information को send करता है. सभी device protocol का उपयोग करके connected devices के साथ डाटा को search, send व exchange करते है. IP का उपयोग हमेशा behind the screen यूज होता है. जिसकी सारी processing नीचे बताई गई है.
- जब आपका device किसी network से जुड़ा हुआ होता है, तभी आप इंटरनेट से connect हो सकते है.
- आप जब किसी भी जगह अपने device का उपयोग internet चलाने के लिए करते हैं. उसकी facility ISP द्वारा तय की जाती हैं.
- Device को IP address हमारे ISP के through provide होती हैं .
- आपकी internet पर की गई activities ISP तक पहुंचती है , और ISP आपके requirement के according answer को आपके IP address पर return भेजता हैं . अपनी जानकारी के लिए ISP सभी device के पते से उनकी पहचान करता हैं .
- आप चाहे तो आपने IP address को बदल सकते है , जस्ट simple step 1: अपने modem या router को on / off करके चेक करे . step 2 : या आप अपने ISP से contact करके IP change करने की रिक्वेस्ट करे तभी यह हो सकता हैं .
- क्या आपको यह पता हैं जब आप ट्रेवल करते हैं , तब आप का address change होता रहता है , देखिये जब आप किसी होटल , coffee shop , airport या रेलवे स्टेशन के Wi-Fi से connect होते है . तब आप का ISP आप को अलग अलग IP address provide करता हैं , जिससे वह आपके device की लोकेशन का पता भी लगता है .
Types of IP addresses?
IP address कई तरह के है . जिसमे इनके अन्दर और भी categories है . जिसे यहाँ डिटेल्स मे बताया गया है .
Consumer IP address
Consumer IP address क्या है ? और यह कितने प्रकार के होते है ?
Internet सर्विस use करने वाले व्यक्ति चाहे वह business related user हो या कोई normal user , सभी के पास two types के IP address होते है. ( Private और Public ) private IP address network के अन्दर और public IP address network के बाहर use किया जाता है . जिसे हम consumer IP address कहते है .
-
Private IP address
तो Private IP address क्या है ? चलिए हम जानते है . आज के दोर मे बड़ते internet device के कारन IP के address की संख्या बढ़ गई है . जिसके अंतर्गत आप के घर मे use होने वाले device like computer , modem , router , printer , scanner और smart tv के Address भी शामिल होते है . जिन्है हम private IP address के रूप मे use करते है . और यह हमारे device के संपर्क मे आते ही आपस मे connect हो जाते है .
-
Public IP Address
Public IP Address क्या है ? यह आप के device का primary address होता है . जिसे आप के ISP के द्वार तय किया जाता है. ISP IP Address का तालाब होता है . जिसमे public IP Address वह address है , जिसका उपयोग internet network connect होने वाले device network की पहचान करने के लिए करते है . यह two types से designed किये गए है .
-
-
Dynamic IP Address
-
Static IP Address
-
-
Dynamic IP Address
यह क्या है ? जैसा की आप जानते है, ISP IP address का एक तालाब है.जिसके द्वारा dynamic IP address regular automatic बदलते रहता है .जिससे ISP के खर्चे मे कमी आती है , और उनके user safe and secure रहते है , secure in the sense जब time के according बार बार change होती है , तब hackers को network interface को hack करने मे difficulty होती है .
-
Static IP address
ये static IP address – dynamic IP address से just opposite work करते है. यहाँ static IP address को consistent रखा जाता है. हर किसी को इसकी आवश्यकता नहीं होती लेकिन ! कुछ users को अपने business के लिए स्वयं के server को host करने के लिए static रखना होता है , जिससे उनकी website को किसी भी device मे open किया जा सके.
Website IP address क्या है?
यहाँ आगे की और website IP address के two types बताये गये है , जो कि shared और dedicated है .
-
Shared IP address क्या है?
Web hosting provider द्वारा दिए जाने वाले hosting plans पर भरोसा करने वाली website आमतौर पर एक ही सर्वर पर host की जाने वाली कई वेबसाइटों में से एक होती है . जिसे हम individual और sme (small and mid -sized enterprise) website कह सकते है . जहा traffic volume manageable होती है . और साथ ही साथ इन websites मे पेजो की संख्या कुछ ही होती है . इस तरह website IP address को share करती है .
-
Dedicated IP address क्या है?
कुछ web hosting plan में dedicated IP address खरीदने का option होता है . जिसे SSL Certificate द्वारा आसान बनाया जाता है. यह आप को स्वयं के ( FTP ) file transfer protocol को use करने की facility provide करता है . इसके द्वारा हम एक corporate sector के अंदर एक से ज्यादा लोगों के साथ फाइलों को share करने की permeation दे सकते है. एक dedicated IP address का use करके हम Direct websites तक पहुंच सकते है, इसमें हमें किसी domain name की जरूरत नहीं होती है, और यदि आप अपना domain registered करने से पहले इसे उपयोग कर परीक्षण करना चाहते है ,तो आप यह भी कर सकते है.
Apna IP Address kaise jane
IP address कैसे पता करे? यह बहुत ही आसान है , आप घर , hotel , office , coffee shop कहीं पर रहे. आप अपने device मे google open करें , और उसमे लिखे . “What is my IP address ?” google आपको at a time पेज के ऊपर आप का public IP address show करेगा .
अगर आप VPNलगा कर अपना IP location or address पता करते है , तो आपको वह आप की पब्लिक IP show नही करेगा। आपको public IP देखने के लिए VPN को off करना होगा .
Windows मे IP address कैसे देखें ?
- command prompt का use करे .
- windows search मे जाकर CMD को खोजो .
- CMD के pop up box मे जाकर Ipconfig लिखे .
- आप को आपके windows का IP address मिल जायेगा .
Mac मैं IP address कैसे देखें ?
- system preferences मे जाए .
- network को select करे .
- आप को आप को information मिल जायेगी .
iPhone IP address कैसे देखें ?
- सबसे पहले setting के अन्दर जाए .
- wi-fi को चुने .
- और जिस नेटवर्क का आप use कर रहे हैं , उसके said के circle मे ( i ) पर क्लिक करे .
- iPhone का IP address DHCP table मे show होगा .
IP address के द्वारा होने वाली problems-IP address risks
Cybercriminals IP address को पाने के लिए कई तरह की techniques का प्रयोग करते है. जिसमे से social engineering और online stalking यह दो तरीके common है. इस प्रकार के criminals आप को online application या किसी unknown e-mail के जरिए खोजते है.
अगर आप उनके बिछाएं हुए जाल मै फस जाते है. तो आप यह जान ले की वह आप की IP तक पहुंच चुके है. और वे Resolver tool के जरिए, आपका user name भी जान सकते है. इस कारण आप मुसीबत मे पड़ सकते है.
Online पीछा करना online stalking
Technology के इस दौर पर काम करना जितना आसान हो गया है. उसी तरह खतरा भी बहुत बढ़ गया है, attackers हमेशा घात लगा कर बैठे होते है, की कब कोन जाल मै फसेगा.
online criminals आपकी IP का पीछा उन सारी जगह के द्वारा करते है. जहा आप अपने device के thrue internet Web sites मे घूमते है. जो online games, sites, video & chats, के द्वारा online stalking होती है. जहा आप उनके लिए अपनी IP छोड़ जाते है, जिससे वह आपको खोज सकते है.
जैसे ही किसी की IP उनके हाथ लगती है, वह किसी tool का use करके आपकी location भी पता कर सकते है. tools like whatismyIPaddress.com इस तरह के बहुत से tool Web में available है.
Only download legal content. (सिर्फ लीगल content को download करे)
Hackers हमेशा IP address पाने के लिए किसी न किसी लालच का झांसा दिया करते है, जैसे की illegal content व pirated movies, games etc. जिससे आप की IP उनके पास स्टोर हो जाती है, और वह इसका उपयोग illegal चीजो को हासिल करने मे करते है.
आपकी ISP के द्वारा IP का पता लगा कर आप के ऊपर कई तरह के चार्ज लग सकते है, क्योंकि आपकी IP किसी भी जगह use की जा सकती है. जैसे की dark web, illegal sites , terrorism or child pornography. इसीलिए आपको थोड़ा इसे seriously लेना चाहिए.
Directly attacking your network. ( किसी कारण से direct network पर हमला )
Criminals सीधे आपके नेटवर्क को निशाना बना सकते हैं, और कई तरह के हमले शुरू कर सकते है. सबसे लोकप्रिय एक DDoS attack है।
Distributed Denial-of-Service (DDoS) Attacks इंटरनेट पर सबसे powerful weapons में से एक है. जब आप किसी Website को ” Hackers द्वारा नीचे लाए जाने” के बारे में सुनते हैं, तो इसका आमतौर पर मतलब होता है, कि वह DDoS हमले का शिकार हो गई है. short मे इसका मतलब है, कि hacker’s ने बहुत अधिक ट्रैफ़िक की बाढ़ लाकर कर वेबसाइट या कंप्यूटर को crash कर अनुपलब्ध बनाने का प्रयास किया है.
Hacking into your device. (आप के device को hack करना )
Hacker किसी के personal computer को hack करने के लिए modems या other computer communication devices का use करते है. जिसके through Hackers information change कर सकते है, Data चुरा सकते है, या गोपनीय जानकारी तक पहुंच सकते है. कंप्यूटर सिस्टम को Hack करना एक निजी आवास में घुसने और प्रवेश करने जैसा ही माना जाता है.
How to protect and hide your IP address. (अपनी IP को protect और hide कैसे करे.)
दो तरह से आप अपनी IP को Hide व Protect कर सकते है.
-
Using a proxy server
-
Using a virtual private network (VPN)
Other Ways to Protect Your Privacy. ( आप अपनी IP को दूसरे तरीकों से भी protect रख सकते है. )
Checking your privacy setting.
internet मे कई तरह की application available है. जो अपने आप ही आपके device से install होने के बाद Dialog Box के through continue permission की demand करता है. आप अगर उन्हें allow करते है, तब आप ध्यान से उन्हें सोच समझ कर allow करे.
क्योंकि कई बार cybercriminals इन techniques का use कर device की IP का पता कर लेते है. जिससे आप को आगे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
Create unique passwords.
अगर आप अपने device का password unique नहीं रखेंगे. तो कोई भी hacker आप के device मे entry ले कर बहुत नुकसान पहुंचा सकता है. आप को अपने password मजबूत बनाने होगे, जिससे कोई भी आसानी से आप का lock open न कर सके.
आप को अपने password मे number, unique characters, symbols, का खास combination बनाना होगा. तभी आपकी IP protect रहेगी.
Stay alert to phishing emails and malicious content
Phishing एक प्रकार का social engineering attack है, जिसका उपयोग user के data को चोरी करने के लिए किया जाता है. attacker इस data के जरिए हमे बेवकूफ बना कर , हमसे हमारे ही द्वारा अपने credit card का number व derails ले लिया करते है.
यह उसके बाद वह बड़ी ही चालाकी से भेजे जाने वाले mail या massages को open करवाने का प्रयास करते है. हमे इस प्रकार के जाल से बचने के लिए बहुत ही सावधानी रखनी होती है, इसका एक फुल article आगे के किसी पेज मे available होगा.
Use a good antivirus solution. (एक अच्छे antivirus का प्रयोग करे.)
आप किसी अच्छे antivirus का उपयोग करके, अपने mobile, pc, को secure कर सकते हो . यह Free antivirus, paid antivirus भी हो सकते है.
conclusion -:
हमारे द्वारा यहां ip address kya hota hai IP Address किस तरह से कार्य करता है? IP Address से होने बाली problems? और IP Address के types ? इस सभी बातों को बहुत ही सरल शब्दों में बताया है. में आशा करता हूं, इस article से आप को बहुत सी जानकारी प्राप्त हुई होगी . धन्यवाद !