SIM ka full form in hindi और SIM कैसे काम करता है

Subscriber Identity Module को ज्यादातर लोग SIM के नाम से जानते है यह एक integrated circuit है जो की जिसे एक card operating system चलाता है.
इस system का use international mobile subscriber Identity या IMSI number को उसकी related key के साथ सुरक्षित रूप से store करने के लिए किया जाता है .
Mobile Phone और computer, mobile telephony devices हैं जिन पर subscribers को certified और पहचाना (identified) किया जाता है यह IMSI और related key के द्वारा किया जाता है .

Contact information कई type के sim Cards पर भी stored की जाती है ये subscriber Identity module mobile communication phone के लिए ,CDMA phone के लिए global systems पर use किए जाते हैं और ये केवल capable handset के long term evolution के लिए जरूरत है.

Subscriber Identity module card का use satellite phone, computer, camera , smartwatch etc. और भी जगह में किया जा जाता है .

यह SIM एक universal integrated circuit card या UICC physical smart Card के function का एक हिस्सा है ये smart Card PVC से बने होते है जिनमें embedded contacts के साथ साथ semiconductors भी होते हैं,आइये जानते है sim ka full form in hindi क्या है ?

sim ka full form in hindi

SIM ka full form in hindi

SIM का Full FormSubscriber Identity Module” यह एक छोटा memory card है जिसका use GSM phone में किया जाता है यह मोबाइल telecommunications में एक important component हैं क्योंकि यह telephone number को identify करता है और साथ ही store करता है जिसमें एक unique information होती है जो इसे किसी specific Mobile network से connect करती है subscriber इस card का use, call करने, call receive करने, SMS messages भेजने और mobile internet services से जुड़ने के लिए अपने mobile devices का use कर सकते हैं.

SIM Card कैसे काम करता है

एक sim card carrier network तक पहुंचने के लिए आपके phone के credentials के रूप में work करता हैं. Beause sim में यह information होती है , आप इसका use same carrier या unlock किए गए phone के किसी भी phone से network से connect करने के लिए कर सकते है .

How it works

  1. जब आप अपने device को boot करते हैं,तो यह sim से IMSI receive करता है,और फिर request access करने के लिए IMSI को network से relays करता हैं.
  2. network operator आपके IMSI और associated Ki ( key identifier ) के लिए database searches करता हैं.
  3. यह मानते हुए की आपका IMSI और Ki (key identifier) verified हैं,operator तब एक random number generates करता हैं,SRES_2 की computing के लिए GSM cryptography algorithm का use करके इसे आपके Ki के साथ signs करता हैं और एक new unique number create करता है .
  4. Network फिर इस unique number को device पर वापस भेजता है ,जो फिर इसे उसी algorithm में use करने के लिए sim card को भेजता है जिससे third number बनता है यह number then network पर वापस भेज दिया जाता हैं.
  5. यादि दोनों number same match होते है तो sim card को valid माना जाता है और उसे network तक access की जाती हैं.

इसलिए यदि आप अपने फोन की screen को ठीक करते time तोड़ते है तो आप अपना sim Card निकल सकते है और इसे एक दूसरे phone में रख सकते है और फिर भी अपने network से phone call , text और data access कर सकते है .

History of SIM Card

पहला sim card European telecommunication standards institute द्वारा specified किया गया था और एक German company Giesecke & Devrient के द्वारा developed किया गया था जो banknote securities और smart Card expertise रखती हैं पहले 300 sim Card Radiolinja name का एक Finnish wireless network operator को बेचे गए थे जिसके network ने 27 march 1991 को दुनिया के पहले GSM phone call की hosting की थी.

Sim के function

एक SIM Card में बहुत सारी information store की जाती है और यह customers के network में important data को send और receive करता हैं इसमें कुछ personal और private data भी होता है इसमें कुछ functions या information दी गई है जो subscriber Identity module द्वारा store की जाती है

  • Text messages
  • Network authentication के regarding में data
  • Address details का data
  • Personal security keys से related data
  • Phone number की information और data

यहां कुछ important data type दिए गए हैं :

  • Unique Serial number
  • International mobile subscriber Identity
  • Local network का brief details
  • Security information

SIM cards के Size:

sim ka full form in hindi

(Standard) Mini-SIM: 25 mm x 15 mm
Micro-SIM: 15 mm x 12 mm
Nano-SIM: 12.3 mm x 8.8 mm
Embedded SIM: 6 mm x 5 mm

FAQ :


सिम का आविष्कार किसने किया ? Who invented SIM

SIM का आविष्कार Munich based smart Card maker Giesecke & Devrient ने सन् 1989 में ‘ sim plug-in ‘ के development के बाद किया था . G&D ने primary 300 SIM card Finnish wireless network operator Radiolinja को sell किया था.

SIM ka full form

SIM का Full FormSubscriber Identity Module” हैं.

सिम को हिंदी में क्या कहते हैं ?

सिम को हिंदी में “ग्राहक पहचान मॉड्यूल” कहते है।

Who is the father of SIM

SIM Card के father Munich based smart Card maker Giesecke & Devrient हैं, जिन्होंने पहले 300 sim Card Finnish wireless network operator Radiolinja को बेचे थे.

Which is the first SIM Card in India

Hutchison ने Max India Ltd. के collaboration से सन् 1994 में भारत में cellular services को launch करने वाली पहली company थी बाद में Hutchison को hutch के रूप में जानने लगे और बाद में Vodaphone group को बेच दिया गया जिसे 2020 में Aditya Birla telecom के “idea” में merge किया गया.

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