आज का दौर टेक्नोलॉजी का दौर है ! हर रोज हमे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कुछ ना कुछ नया देखने को मिल रहा है. Because, उनमें से अक्सर कुछ चीजें होती है, जिनका प्रयोग हम नहीं जानते कि आख़िर ये क्या है? इसे किस तरह से Use किया जाता है ? So, फ़िलहाल आज का यह article कुछ इसी तरह का है. आज हम NFC यानी Near Field Communication के बारे में जानेंगे कि NFC क्या है ? What is NFC in Hindi ?
NFC क्या है? | What is NFC in Hindi
NFC communication वह टेक्नोलॉजी है जो High Frequency Wireless Communication का use करके दो डिवाइस के बीच डाटा ट्रांसफर करने का काम करती है. खास बात यह है कि इसमें Data Transaction के बीच डिवाइस के बीच की दूरी बहुत ही कम होती है! यानी कि कुछ सेंटीमीटर या इंच में होती है। Data Transaction & Transfer के इस Simple तरीके ने आज की life को और भी आसान और Convenient बना दिया है.
अब आप सोचेंगे कि तो इस तरह का Transaction तो ब्लूटूथ और Other Wireless Technology के द्वारा भी हो सकता है! तो फिर NFC इनसे से better कैसे हैं ? तो दोस्तों मैं आपको बता दूं – क्योंकि ये सारी technology एक दूसरे से बहुत अलग होती है, इनके system अलग होते है. इसलिए हम किसी भी टेक्नोलॉजी को एक दूसरे से बेहतर नहीं कह सकते.
हालाँकि, NFC की बात की जाए तो इसको Setup करना आसान होता है. यह दूसरे की अपेक्षा कम Power को Consume करता है. साथ ही साथ यह Bluetooth के Comparison में ज्यादा सिक्योरिटी प्रोवाइड करता है! क्योंकि इसके काम करने का दायरा या Space "दूरी" मे कम होता है. In short सीधी या सरल भाषा में कहें तो जितनी कम दूरी उतनी ही ज्यादा Security.
NFC कैसे काम करता है | How NFC Works In Hindi
NFC यानी कि Near Field Communication जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है Near Field! यानी कि ‘नजदीकी Area’ मे होने वाला कम्युनिकेशन. आसान भाषा में कहें तो वो Communication जिसका दायरा बहुत ही छोटा हो. खास तौर पर आज यह Technology काफी तेजी से बढ़ रही है! पर इसे तो 2003 मैं ही ISO सर्टिफाइड कर दिया गया था. Basically यह RFID Technology पर Based है जो कि Radio Frequency Spectrum के High Frequency Band पर काम करती है. जिसकी Data Read और Write Range कुछ सेंटीमीटर या कुछ इंच तक ही सीमित होती है. इसकी फास्ट Connectivity and Data Transmission Capabilities के कारण आज इसको दुनिया भर में बड़ी तेजी से Adopt किया जा रहा है.
दोस्तों अब हम आगे इस आर्टिकल मे इसके Application यानी कि विस्तृत रूप में इसके प्रयोग की Possibilities को देखेंगे.
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NFC Devices कितने प्रकार की होती है? | Types Of NFC Devices In Hindi
Basically, देखा जाए तो NFC devices दो प्रकार की होती हैं.
- Passive Communication NFC Devices
- Active Communication NFC Devices
Passive Communication NFC Devices
Passive Communication Devices की खास बात यह है कि इनके पास power का खुद का कोई source नहीं होता यानी ये खुद किसी एक्टिव डिवाइस से connect रहते हैं.
Active Communication NFC Devices
वहीं दूसरी तरफ Active Communication NFC Device के पास खुद का पावर सोर्स होता है, और ये Data को Send Or Receive कर सकते है. हालाँकि देखा जाए तो एक Complete NFC system में तीन चीजों जैसे – Active NFC Device (For Transmitting) , Passive NFC Device (For Receiving) And Host Computer की जरूरत पढ़ती है.
एक NFC Device दूसरे Active NFC डिवाइस से Easily Communicate कर सकता है! उसके लिए बस डिवाइस को Active State से Passive स्टेट में Switch करना पड़ता है. For Example :- आज के NFC Featured Smartphone Data को Send Or Receive कर सकते है.
NFC Magnetic Coupling क्या है? | Magnetic Coupling In NFC
अब तक हम यह Discuss कर चुके हैं कि NFC टेक्नोलॉजी क्या है? इसको काम करने के लिए कितने Nodes की जरूरत पड़ती है? But अभी तक हमने यह नहीं जाना है कि Actually में technology की core functionality क्या है?
मैं यह बता दूं कि यह technology Magnetic Coupling करके सिग्नल को Send Or Receive करती है. Especially जब दो NFC Enabled Devices कुछ Cm. या इंच की दूरी के दायरे मे आते है तो ये आपस मे electromagnetic Field Create करते है. जिसकी वजह से एक Active Device शुरू होकर Passive Device से Communicate करने के लिए तैयार हो जाता है.
एक detector और Decoder Circuit की मदद से ये Device आपस में एक दूसरे के द्वारा भेजे गए specific सिग्नल को read करते है! And Relevant Information को Receive करते है. After that Host Computer एक Application की मदद से उस information को भविष्य के लिए Store करता है.
NFC कितने Modes मे काम करता है ? | Types OF NFC Modes
So, तो अब सवाल उठता है कि आखिर NFC का यह सिस्टम किन-किन Modes मे काम कर सकता है.
- Peer To peer
- Read And Write Mode
- Card Emulation
Peer To peer
एक NFC Active Devices Information का एक्सचेंज Passive and Active दोनों States में जाकर कर सकता है.
Read And Write Mode
एक Active NFC Device, Passive NFC Device की मदद से Data को Read and Write दोनों तरह के operation कर सकता है.
Card Emulation
Active NFC Device Contactless Payments, Contact Sharing, Key & Password as well as Digital Signature आदि सभी तरीके के Transaction के लिए प्रयोग किया जा सकता है।.
NFC का उपयोग क्या है ? | Use Of NFC In Daily Life
आइये जानते है कुछ मज़ेदार NFC के उपयोग जो आपके daily life के उपयोग में काम आ सकता है।
NFC की Android Beam के द्वारा Media को Share करना
आज मार्केट में आने वाले हर NFC-enabled Smartphone में android beam Feature दिया जाता है! जिसकी सहायता से हम डिजिटल मीडिया या Digital Contacts को Share कर सकते है. In brief इसके लिए हमें सिर्फ दोनों स्मार्टफोन को करीब लाना होता है! यह Digital Content को शेयर करने का बहुत ही आसान तरीका है! Because इस ट्रांजैक्शन में यह बहुत ही कम पावर का यूज करता है.
Share Internet Passwords.
सामन्यतः देखा गया है कि हमारे Wi-fi पासवर्ड कोई Simple text के रूप मे नही होते! For instance, उसमे Alphabets, Symbol Numbers Etc. Included होता है. और जब हमे उन Passwords को अपने दोस्तों के बीच शेयर करना होता है! So हमारे लिए उसको Verbally बताना थोड़ा मुश्किल होता है. क्योंकि Password case sensitive होते है – Like जैसे कि कोई एक Letter Upper Case में है और दूसरा Small case में. तो अगर हमारे स्मार्टफोन में NFC Features है! तो हम Instawi-fi App का Use करके इस परेशानी से छुटकारा पा सकते है. इसके लिए App install करके हमको सिर्फ NFC Tag स्कैन करना होता है … After that ये User को Automatically Network में Logged-In कर देता है।.
सुबह उठने के लिए NFC के जरिये Wakeup Call
सुबह जल्दी ना उठने की समस्या आज हर दूसरे इंसान के साथ है! हम सुबह जल्दी उठने के लिए कोई ना कोई तरीका खोजते रहते है. In this case, NFC इसमे हमारी बहुत help कर सकता है! ऐसा ही एक Android App “Sleep” हमको NFC से जुड़े बहुत से टूल provide कराता है. जिसमें हमे एक Option मिलता है! जिसकी सहायता से हम बजते अलार्म को केवल NFG Tag से स्कैन करके ही बंद कर सकते है. In conclusion, तो अब हमको सिर्फ अलार्म को हमारी आसान पहुंच से दूर रखना होगा, Like जैसे कि किचन या Bathroom. In other words, कि इससे हमको उठने के लिए अपनी तरफ से थोड़ा बहुत Effort (प्रयास) करना ही पड़ेगा।.
NFC के जरिये अपने PC कंप्यूटर को Remotely Start करना!
तो दोस्तों कैसा होगा अगर हम अपना Computer को remotely Turn On या Off कर पाए. वैसे मेरी मानो तो ये थोड़ा Cool रहेगा जब हम अपने PC को Automation दे सकेंगे. यानी कि No Need Of physical Switch. Such as हम यह काम सिर्फ NFC की सहायता से भी कर सकते है! उसके लिए हम को प्ले स्टोर से कुछ Apps जैसे For instance 👉 Tasker, WOL! Woke On LAN and Trigger App Download करना होगा।.
इतना करने के बाद हमको अपने Computer की तरफ जाकर कुछ सेटिंग्स को configure करना पड़ेगा. इसके बाद जब हम जैसे ही अपने Cellphone को computer की टेबल मे रखेगें! As a result हमारा Computer Automatically NFC की help से start हो जाएगा. और हाँ Power Button का Switch पहले On होना चाहिए LOL 🤣🤣.
NFC से जुडी Security Risks? | Security Risks Of NFC
Well देखा जाए तो, Digital World में Security एक छलावा ‘illusion’ है. उदाहरण के लिए दुनिया ने देखा है कि कैसे इसराइल की Mossad और USA की CIA एजेंसी ने मिलकर ईरान के Nuclear प्रोग्राम को Digitally Disturb किया. Nuclear फैसिलिटी System एक तरीके से Isolated होते है. दूर-दूर तक उनकी पहुंच Public Communication System से दूर होती है. Although जब इतने secure System को disturb किया जा सकता है, तो फिर किसी भी System को disturb किया जा सकता है.
However समय के साथ नये नये तरीके आते रहते है! Encryption Algorithm Change चेंज होते रहेंगे, और NFC के सिस्टम के लिए भी नए-नए चैलेंज आते रहेंगे. शायद इसके Data को corrupt किया जा सकेगा and also Advance Device इसके Signals के साथ छेड़छाड़ कर सकेंगे! और कौन क्या जानता है? डेटा चोरी करने वाला तो Device या उसका Storage सिस्टम को भी चोरी कर सकता है.
NFC Technology की आज के समय में Availability ? | Availability OF NFC Technology
Finally, आज ज्यादातर NFC Android And IOS Devices मे available हो चुका है! और ये Devices इन technology का use Generally payment के तौर पर कर रहे है. और भारी demand के चलते market मे Other manufacturers भी आ रहे है, जो Data Read & write करने से जुड़े Operation perform करने के लिए अपने Devices को मार्केट में उतार रहे है।. Obviously पिछले पोस्ट मे हमने देखा ही था कि कैसे छोटे छोटे कामों को आसान बनाने के लिए NFC किस तरह हमारी मदद कर सकता है. likewise Developer भी उसी तरह लोगों की ज़रूरत के हिसाब से अपने innovative ideas को अपने App के द्वारा service मे बदल रहे है.
देखे तो NFC फोन से जुड़ी सेटिंग को चेंज करने की Ability देता है! पर अब वो depend करता है कि Tag मे किस तरह की Information को Tapped किया गया है. जैसे wi-fi, Bluetooth का Turn On and Off, Address Read And Write Information Etc.
Conclusion
तो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने जाना कि NFC क्या है? What is NFC in Hindi इसका यूज कहां – कहां और कैसे होता है? Transaction के लिए किस Technology का प्रयोग करती है? इसके साथ ही NFC की सिक्योरिटी Risks and Availability से Related बातो को भी हमने cover किया है.
भारत मे ये अभी फिलहाल नया है! धीरे-धीरे ये हर स्मार्टफोन में Available हो रहा है. इसके Use के लिए तरह-तरह के App भी Develop किए जा रहे है.और इसको लेकर बहुत सी संभावना है कि ये कहाँ-कहाँ और किस जगह लोगों के रोजमर्रा के काम को आसान बना सकता है।